सोमवार, 11 मई 2015

**केसर की इस खेती में*[२]****[ओजपूर्ण ]

******केसर की इस खेती में*[२]****[ओजपूर्ण ]

लोकतंत्र के चौराहे पर ,,,,,,,,,,आतंकी को फांसी दो
पनपाता है जो आतंक ,,,,,,उस आका को फांसी दो
संविधान के दुश्मनों को ,,,,,,,,चौराहों पर फांसी दो
उगल रहा है जो जहर ,,,,,उस मसरत को फांसी दो

पनप रहे हैं जो बिच्छू  ,,,,,अग्निकुंड में भस्म करो
आस्तीन के साँपों को ,,,,,,अग्निकुंड में भस्म करो
भारत माँ के हत्यारों को ,,,अग्निकुंड में भस्म करो
दानवता के हर पाप को ,,,,अग्निकुंड में भस्म करो
तिरंगे का अपमान करे जो ,अग्निकुंड में भस्म करो
************सुरेशपाल वर्मा जसाला [दिल्ली]
-----------------------------[17 मार्च 2015 ]





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