रविवार, 26 जुलाई 2015

मुक्तक / muktak

मुक्तक / muktak
******नये हालात पर एक नया मुक्तक *******
आतंकी को गले लगाते और करते उनका समर्थन भी !
खंड खंड तन उनका कर दो, काटो उन दुष्टों की गर्दन भी !!
देश द्रोह अपराध बडा है, उनको नही कभी माँफी देना !
हतोत्साहित हो आतंकी सब, हो दुष्ट के गर्व का मर्दन भी !!
******सुरेशपाल वर्मा जसाला ( दिल्ली )



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