***माहिया ***( मात्रिक छंद )
पंजाब का प्रसिद्ध लोग गीत है,,,वैसे तो इसमें श्रृंगार रस के दोनों पक्षों (संयोग और वियोग ) का समावेश होता है ,,,,लेकिन अब
बढ़ते समय के साथ अन्य रस भी
इसमें शामिल किये जाने लगे
हैं,,, इस छंद में नायक और नायिका की नोंक-झोंक भी होती
है,,,यह तीन पंक्तियों का छंद है इसे ''''टप्पा''' भी कहते हैं
इसमें पहली और तीसरी पंक्तितों में 12 मात्राएँ अर्थात 2211222 / 222222 ,,,,,,दूसरी पंक्ति में 10 मात्राएँ अर्थात 211222 / 22222 होती हैं,,,
नीचे कुछ माहियों को देखिए--
[१]
हम प्रेम निभाते हैं
सबको अपनाकर
हम धोका खाते हैं
[२]
तू सबका पालक है
हर इक प्राणी को
नव जीवन देता है
[३]
जीवन विश्वास भरा
बंधन राखी का
रिश्ता अनुराग भरा
[४]
उससे फरियाद करो
संकट सकल कटें
जब प्रभु को याद करो
*****सुरेशपाल वर्मा जसाला [दिल्ली]
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